कल्पनासृजनात्मकता और सामाजिक दायित्व
कल्पना वेबपत्रिका के निर्माता डॉ.सुनील दीपक हैं जो भारतीय मूल के उपन्यासकार व सेवा निवृत डॉक्टर हैं और इटली में रहते हैं। कल्पना तीन भाषाओं में है - हिंदी, अंग्रेज़ी और इतालवी। २००२-३ में जब कल्पना की पहली वेबसाईट बनायी गयी थी उस समय इंटरनेट पर हिंदी का प्रयोग सीमित था, तब इसका नाम सृजन था। कल्पना का कोई व्यवसायिक ध्येय नहीं है और यहाँ पाठकों व आगंतुकों के बारे में किसी तरह की जानकारी एकत्रित नहीं की जाती। कल्पना तथा डॉ. सुनील दीपक के बारे में अधिक जानने के लिए यहाँ पढ़िये »»
लेखक और उनकी रचनाएँ - लेखन की दुनिया
ओमप्रकाश दीपक
ओमप्रकाश दीपक पत्रकार, लेखक व अनुवादक थे, और समाजवादी पार्टी की पत्रिका "जन" के सम्पादक थे। कल्पना पर आप उनके कुछ आलेख तथा कहानियाँ पढ़ सकते हैं - ओमप्रकाश दीपक का लेखन पढ़िये »»
डॉ. सावित्री सिन्हा
डॉ. सावित्री सिन्हा दिल्ली विश्व विद्यालय की पहली हिंदी प्रोफेसर थीं। कल्पना पर आप उनके कुछ आलेख पढ़ सकते हैं ... सावित्री सिन्हा का लेखन पढ़िये »»
अर्चना वर्मा
अर्चना वर्मा दिल्ली विश्वविद्यालय के मिरांडा कॉलेज में हिंदी प्रोफेसर थीं। साथ ही वे हँस और कथादेश जैसी विभिन्न पत्रिकाओं से भी जुड़ी थीं। कल्पना पर आप उनके कुछ आलेख व कविताएँ पढ़ सकते हैं ... अर्चना वर्मा का लेखन पढ़िये »»
ओम थानवी
ओम थानवी जी हिंदी के जाने-माने लेखक व पत्रकार हैं। कल्पना पर अप उनके २००५-१० के समय के कुछ आलेख पढ़ सकते हैं जो जनसत्ता अखबार में छपे थे ... ओम थानवी का लेखन पढ़िये »»
लाल्टू
लाल्टू (प्रो. हरजिन्दर सिंह) लेखक, कवि, पत्रकार और अनुवादक हैं। यहाँ आप को उनके लेखन को पढ़ने की बहुत सी लिन्क मिलेंगी ... लाल्टू का लेखन पढ़िये »»
दुर्गाप्रसाद अग्रवाल
दुर्गाप्रसाद जी ने विश्वविद्यालय स्तर पर हिंदी पढ़ायी है और बहुत कुछ लिखा भी है। कल्पना पर आप उनके २००५-०७ के कुछ आलेख पढ़ सकते हैं ... दुर्गाप्रसाद अग्रवाल का लेखन पढ़िये »»
कवयत्रियाँ
काँता पित्ति तथा मंजु किशॊर की कुछ कविताएँ ...
कुर्बान अली
कुर्बान पत्रकार व लेखक हैं। कल्पना पर आप उनके कुछ आलेख पढ़ सकते हैं ... कुर्बान अली का लेखन पढ़िये »»
डॉ. सुनील दीपक
पिछले बीस सालों से सुनील दीपक, इस वेबपत्रिका को बनाने के साथ अपने ब्लाग "जो न कह सके" के माध्यम से लिखते रहे हैं। २०२३ में उन्होंने अपना पहला हिंदी उपन्यास पूरा किया है ... डॉ. सुनील दीपक के लेखन के बारे में पढ़िये »»
फ़िल्मों व डाक्यूमैंटरी फ़िल्मों की दुनिया
अरुण चढ़्ढ़ा
अरुण चढ़्ढ़ा जाने माने फ़िल्म निर्देशक हैं, उनका अधिकाँश कार्य ड़ॉक्यूमैंटरी फ़िल्मों के क्षेत्र में है जिसके लिए उन्हें दो बार भारत सरकार से राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिल चुके हैं। अरुण चढ़्ढ़ा और उनकी फ़िल्मों के बारे में जानने के लिए यहाँ पढ़िये »»
अविजित मुकुल किशोर
अविजित मुकुल किशोर जाने माने कैमरामैन तथा फ़िल्म निर्देशक हैं, उनका अधिकाँश कार्य ड़ॉक्यूमैंटरी फ़िल्मों के क्षेत्र में है जिसके लिए अनेक पुरस्कार भी मिल चुके हैं। मुकुल और उनकी फ़िल्मों के बारे में जानने के लिए यहाँ पढ़िये »»
अक्षत वर्मा
दिल्ली बैली, मामाज़ बोयज़ और काला काँडी जैसी फ़िल्मों के लेखक और निर्देशक अक्षत वर्मा प्रसिद्ध हैं और कई पुरस्कार पा चुके हैं। अक्षत और उनकी फ़िल्मों के बारे में जानने के लिए यहाँ पढ़िये »»
मानिनी चढ़्ढ़ा
कहानी २, फाड़ू और कमाँडो जैसी फ़िल्मों तथा वेबसीरीज़ के अभिनेत्री मानिनी चढ़्ढ़ा हैं जो फ़िल्म जगत में अपना स्थान बनाने में एकजुट हैं। मानिनी और उनके अभिनय कार्य के बारे में जानने के लिए यहाँ पढ़िये »»